अब आंगन में नहीं सुनाई देती गौरेया की चहचहाहट, लेकिन इन्हें बचाने में जी-जान से जुटे हैं ये लोग

आज भी कई ऐसे लोग हैं, जो इस चिड़िया को विलुप्त नहीं होने देना चाहते हैं। वे मुहिम चलाकर ना सिर्फ इन्हें दाना खिला रहे हैं, बल्कि इनके रहने का इंतजाम भी कर रहे हैं।

from India TV Hindi: TopStory Feed https://ift.tt/3s5tiza

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ