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लॉकडाउन के दौरान स्कूली शिक्षा प्राप्त करने का इस समय एक मात्र साधन ऑनलाइन क्लास है। लेकिन उन बच्चों का क्या जिनके पास न तो स्मार्टफोन है और न ही लैपटॉप या कम्प्यूटर है। इसे देखते हुए पुणे जिला परिषद के सीईओ ने आम लोगों से एक भावुक अपील की है। सीईओ ने एक पत्र में कहा है कि हम सभी से अपील करते हैं कि यदि आपके पास कोई भी इस्तेमाल किया हुआ एंड्रॉयड मोबाइल फोन/स्मार्टTV/पुराना टैबलेट/लैपटॉप या कंप्यूटर है जो काम करने की स्थिति में है,तो इसे स्कूलों को दान करें ताकि इसे गरीब बच्चों को दिया जा सके और उन्हें ऑनलाइन शिक्षा प्रदान किया जा सके।
बता दें कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए मार्च से स्कूली गतिविधियां बंद हैं। महाराष्ट्र में जून से स्कूल खुल जाते हैं। लेकिन स्कूल फिलहाल कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति को देखते हुए खुलने की स्थिति में नहीं हैं। ऐसे में ऑनलाइन शिक्षा ही एक विकल्प है। लेकिन गरीब बच्चे इस आधुनिक शिक्षा पद्धति से महरूम रह गए हैं। इसे देखते हुए पुणे के स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपने गैजेट दान करने की अपील की है।
जिला परिषद के सीईओ ने कहा है कि वर्तमान स्थिति में, COVID19 के प्रकोप के कारण स्कूलों को शुरू करना संभव नहीं है, हालांकि, छात्रों के लिए शिक्षा जारी रखना महत्वपूर्ण है। उन्हें ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करना बेहतर विकल्प है और ऐसा करने के लिए शिक्षकों के पास संबंधित सामग्री उपलब्ध कराई गई है।
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