कंपाला: एक तरफ तो पूरी दुनिया कोरोना वायरस के कहर से जूझ रही है, वहीं दूसरी तरफ तमाम लोग ऐसे भी हैं जो इस खतरनाक महामारी को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। यूगांडा में एक ऐसा ही मामला देखने को मिला जब एक पादरी को अफ्रीका में कोरोना वायरस न होने की बात कहने पर जेल की हवा खानी पड़ रही है। यूगांडा प्रशासन ने अफ्रीका में कोरोना वायरस के अस्तित्व को कथित रूप से इनकार करने वाले एक विवादास्पद पादरी को आरोपित किया है और उसे जेल भेज दिया है।
7 साल के लिए जेल भेजे गए पादरी
अभियोजकों ने प्रमुख पादरी अगस्टीन यिगा पर आरोप लगाया कि शुक्रवार को उन्होंने रिवाइवल क्रिश्चियन गिरजाघर में कथित रूप से कहा था कि यूगांडा और अफ्रीका में कोरोना वायरस नहीं है । स्थानीय टेलीविजन चैनल ने उनका यह बयान दिखाया था। यूगांडा के पुलिस प्रवक्ता पैट्रिक ओनयांगो ने कहा, ‘रिवाइवल चर्च के पादरी यिगा को ऐसी हरकत करने को लेकर आरोपित किया गया है और जेल में भेज दिया गया जो कोविड-19 के फैलने की वजह हो सकती है।’ यिगा को 7 साल के लिए जेल भेजा गया है।
यूगांडा में कोरोना वायरस के 33 मामले
बता दें कि यूगांडा में इस समय कोरोना वायरस से 33 लोगों के संक्रमित होने की खबर सामने आई है। वहीं, पूरी दुनिया की बात करें तो अभी तक इस महामारी से 7.5 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं, जिनमें से 37,000 से ज्यादा की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देश अमेरिका है जहां 1.60 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। वहीं, इटली 11 हजार से ज्यादा मृतकों के साथ इस वायरस से हुई मौतों के मामले में पहले नंबर पर है।
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