टेलीविजन की दुनिया में लोकप्रियता के नए मानक गढ़ने वाले धारावाहिक 'रामायण' और 'महाभारत' का शनिवार से फिर से प्रसारण होगा, ताकि लॉकडाउन के दौरान घरों में समय गुजार रही जनता का मनोरंजन हो सके। सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इसका ऐलान किया। उन्होंने बताया कि जनता की मांग पर प्रसारण फिर से शुरू करने का फैसला लिया गया है। बता दें कि 90 के दशक में सिर्फ 'रामायण' या 'महाभारत' ही नहीं, बल्कि 'शक्तिमान' से लेकर 'विक्रम बेताल' तक, और भी कई सीरियल्स थे, जिनकी जनता दीवानी थी।
मालगुडी डेज
ये धारावाहिक दादा-दादी और गांव की याद दिलाता है। ये 1986 में दूरदर्शन पर प्रसारित हुआ था, जिसमें 'मालगुडी' नाम के छोटे-से गांव को दिखाया गया था। इसके 54 एपिसोड्स टेलिकास्ट हुए थे। इसे मशहूर लेखक आर के नारायण की शॉर्ट स्टोरीज पर बनाया गया था।
शक्तिमान
'शक्तिमान' का प्रसारण दूरदर्शन पर 1997 में हुआ था और इसे भारत का पहला सुपरहीरो माना जाता है। मुकेश खन्ना ने शक्तिमान का किरदार निभाया था, जो आज भी लोगों के जहन में ताजा है। गंगाधर, सीरियल के आखिरी में बच्चों को सीख देना और अच्छी आदतों के बारे में बताना, इसकी खासियत थी। ये शो करीब 8 सालों तक चला और लोगों के दिलों में बस गया।
द जंगल बुक
दूरदर्शन पर 'द जंगल बुक' का प्रसारण 1998 में हुआ था। मशहूर लेखक रुडयार्ड किपलिंग की कहानियों पर आधारित इस सीरियल को जबरदस्त सफलता मिली थी। बच्चों के बीच ये बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय धारावाहिक था। इसके 52 एपिसोड्स टेलिकास्ट हुए थे। गुलजार साहब का लिखा 'जंगल जंगल बात चली है..' गाना बेहद पॉपुलर है।
विक्रम-बेताल
दूरदर्शन के हिट धारावाहिकों में 'विक्रम बेताल' का नाम भी शामिल है, जिसमें रहस्यमयी कहानियों को दिखाया गया था, जिसमें राजा विक्रमादित्य और पिशाच बेताल हैं। ये 1989 में प्रसारित हुआ था।
चंद्रकांता
इस शो में लव स्टोरी दिखाई गई थी। ये 1994 से 96 तक टेलिकास्ट हुआ था। क्रूर सिंह से लेकर चंद्रकांता तक, हर किरदार को लोगों ने खूब पयार दिया था। इसे पंडित चंद्रधर शर्मा गुलेरी ने लिखा था।
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