हुबेई। भारत ने कोरोना वायरस महामारी को खत्म करने के लिए देश में 21 दिनों का संपूर्ण लॉकडाउन घोषित किया है, जिससे पूरे देश में खलबली है। लेकिन चीन ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए अपने हुबई प्रांत और उसकी राजधानी वुहान में 90 दिन का लॉकडाउन किया था, जहां 5 करोड़ लोग पूरी तरह से अपने-अपने घरों में कैद रहे। चीन ने हुबेई प्रांत और उसकी राजधानी वुहान में 25 मार्च से लॉकडाउन में कुछ ढील देने का फैसला किया है। चीन ने इस प्रांत में खतरनाक वायरस को फेलने से रोकने में काफी हद तक सफलता प्राप्त की है।
हुबेई प्रांत में 5.6 करोड़ लोग पिछले तीन महीने से अपने घरों में कैद हैं। हालांकि राजधानी वुहान में लॉकडाउन पहले की तरह अभी कुछ दिन और जारी रहेगा। अधिकारियों ने बताया कि 8 अप्रैल से वुहान में प्रतिबंधों में ढील दी जाएगी। हालांकि, विशेषज्ञों ने ढील दिए जाने को लेकर सरकार को आगाह किया है।
हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित है और यहां सबसे अधिक मौत हुई हैं। वुहान की आबादी 1.1 करोड़ है, जहां पिछले साल दिसंबर में कोरोना का पहला पॉजिटिव मामला सामने आया था। इसके बाद 23 जनवरी को पूरे हुबई प्रांत को लॉकडाउन कर दिया गया था। वुहान में पिछले पांच दिनों के बाद सोमवार को कोरोना का नया मामला सामने आया था।
चीन की सरकार बुधवार से यात्रा प्रतिबंधों में भी ढील देगी। इसके तहत बुधवार से शुरू हो रहे ग्रीन हेल्थ कोड के जरिये हुबेई प्रांत के अन्य हिस्सों में रह रहे लोग यात्रा कर सकेंगे। हुबेई स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि वुहान में रह रहे लोग 8 अप्रैल से शहर के बाहर यात्रा कर सकेंगे। नए कोरोना मरीजों की संख्या में आई कमी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
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